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رَبِّ اجْعَلْنِيْ مُقِيْمَ الصَّلٰوةِ وَمِنْ ذُرِّيَّتِيْۖ رَبَّنَا وَتَقَبَّلْ دُعَاۤءِ   ( ابراهيم: ٤٠ )

My Lord!
رَبِّ
ऐ मेरे रब
Make me
ٱجْعَلْنِى
बना मुझे
an establisher
مُقِيمَ
क़ायम करने वाला
(of) the prayer
ٱلصَّلَوٰةِ
नमाज़ का
and from
وَمِن
और मेरी औलाद को
my offsprings
ذُرِّيَّتِىۚ
और मेरी औलाद को
Our Lord!
رَبَّنَا
ऐ हमारे रब
and accept
وَتَقَبَّلْ
और तू क़ुबूल कर ले
my prayer
دُعَآءِ
दुआ मेरी

Rabbi ij'alnee muqeema alssalati wamin thurriyyatee rabbana wtaqabbal du'ai (ʾIbrāhīm 14:40)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

मेरे रब! मुझे और मेरी सन्तान को नमाज़ क़ायम करनेवाला बना। हमारे रब! और हमारी प्रार्थना स्वीकार कर

English Sahih:

My Lord, make me an establisher of prayer, and [many] from my descendants. Our Lord, and accept my supplication. ([14] Ibrahim : 40)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ मेरे पालने वाले मुझे और मेरी औलाद को (भी) नमाज़ का पाबन्द बना दे और ऐ मेरे पालने वाले मेरी दुआ क़ुबूल फरमा