وَاِذْ قَالَ اِبْرٰهِيْمُ رَبِّ اجْعَلْ هٰذَا الْبَلَدَ اٰمِنًا وَّاجْنُبْنِيْ وَبَنِيَّ اَنْ نَّعْبُدَ الْاَصْنَامَ ۗ ( ابراهيم: ٣٥ )
And when
وَإِذْ
और जब
said
قَالَ
कहा
Ibrahim
إِبْرَٰهِيمُ
इब्राहीम ने
"My Lord!
رَبِّ
ऐ मेरे रब
Make
ٱجْعَلْ
बना दे
this
هَٰذَا
इस
city
ٱلْبَلَدَ
शहर को
safe
ءَامِنًا
अमन वाला
and keep me away
وَٱجْنُبْنِى
और बचा ले मुझे
and my sons
وَبَنِىَّ
और मेरी औलाद को
that
أَن
(इससे) कि
we worship
نَّعْبُدَ
हम इबादत करें
the idols
ٱلْأَصْنَامَ
बुतों की
Waith qala ibraheemu rabbi ij'al hatha albalada aminan waojnubnee wabaniyya an na'buda alasnama (ʾIbrāhīm 14:35)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
याद करो जब इबराहीम ने कहा था, 'मेरे रब! इस भूभाग (मक्का) को शान्तिमय बना दे और मुझे और मेरी सन्तान को इससे बचा कि हम मूर्तियों को पूजने लग जाए
English Sahih:
And [mention, O Muhammad], when Abraham said, "My Lord, make this city [i.e., Makkah] secure and keep me and my sons away from worshipping idols. ([14] Ibrahim : 35)