وَجَعَلُوْا لِلّٰهِ اَنْدَادًا لِّيُضِلُّوْا عَنْ سَبِيْلِهٖۗ قُلْ تَمَتَّعُوْا فَاِنَّ مَصِيْرَكُمْ اِلَى النَّارِ ( ابراهيم: ٣٠ )
And they set up
وَجَعَلُوا۟
और उन्होंने बना लिए
to Allah
لِلَّهِ
अल्लाह के लिए
equals
أَندَادًا
कुछ शरीक
so that they mislead
لِّيُضِلُّوا۟
ताकि वो भटका दें
from
عَن
उसके रास्ते से
His Path
سَبِيلِهِۦۗ
उसके रास्ते से
Say
قُلْ
कह दीजिए
"Enjoy
تَمَتَّعُوا۟
तुम फ़ायदे उठा लो
but indeed
فَإِنَّ
तो बेशक
your destination
مَصِيرَكُمْ
लौटना है तुम्हारा
(is) to
إِلَى
तरफ़ आग के
the Fire"
ٱلنَّارِ
तरफ़ आग के
Waja'aloo lillahi andadan liyudilloo 'an sabeelihi qul tamatta'oo fainna maseerakum ila alnnari (ʾIbrāhīm 14:30)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और उन्होंने अल्लाह के प्रतिद्वन्दी बना दिए, ताकि परिणामस्वरूप वे उन्हें उसके मार्ग से भटका दें। कह दो, 'थोड़े दिन मज़े ले लो। अन्ततः तुम्हें आग ही की ओर जाना है।'
English Sahih:
And they have attributed to Allah equals to mislead [people] from His way. Say, "Enjoy yourselves, for indeed, your destination is the Fire." ([14] Ibrahim : 30)