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وَاسْتَفْتَحُوْا وَخَابَ كُلُّ جَبَّارٍ عَنِيْدٍۙ   ( ابراهيم: ١٥ )

And they sought victory
وَٱسْتَفْتَحُوا۟
और उन्होंने फ़ैसला चाहा
and disappointed
وَخَابَ
और नामुराद हुआ
every
كُلُّ
हर
tyrant
جَبَّارٍ
सरकश
obstinate
عَنِيدٍ
इनाद रखने वाला

Waistaftahoo wakhaba kullu jabbarin 'aneedin (ʾIbrāhīm 14:15)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उन्होंने फ़ैसला चाहा और प्रत्येक सरकश-दुराग्रही असफल होकर रहा

English Sahih:

And they requested decision [i.e., victory from Allah], and disappointed, [therefore], was every obstinate tyrant. ([14] Ibrahim : 15)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और हमारे अज़ाब से ख़ौफ खाए और उन पैग़म्बरों हम से अपनी फतेह की दुआ माँगी (आख़िर वह पूरी हुई)