قَالُوْٓا ءَاِنَّكَ لَاَنْتَ يُوْسُفُۗ قَالَ اَنَا۠ يُوْسُفُ وَهٰذَآ اَخِيْ قَدْ مَنَّ اللّٰهُ عَلَيْنَاۗ اِنَّهٗ مَنْ يَّتَّقِ وَيَصْبِرْ فَاِنَّ اللّٰهَ لَا يُضِيْعُ اَجْرَ الْمُحْسِنِيْنَ ( يوسف: ٩٠ )
Qaloo ainnaka laanta yoosufa qala ana yoosufu wahatha akhee qad manna Allahu 'alayna innahu man yattaqi wayasbir fainna Allaha la yudee'u ajra almuhsineena (Yūsuf 12:90)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
वे बोल पड़े, 'क्या यूसुफ़ आप ही है?' उसने कहा, 'मैं ही यूसुफ़ हूँ और यह मेरा भाई है। अल्लाह ने हमपर उपकार किया है। सच तो यह है कि जो कोई डर रखे और धैर्य से काम ले तो अल्लाह भी उत्तमकारों का बदला अकारथ नहीं करता।'
English Sahih:
They said, "Are you indeed Joseph?" He said, "I am Joseph, and this is my brother. Allah has certainly favored us. Indeed, he who fears Allah and is patient, then indeed, Allah does not allow to be lost the reward of those who do good." ([12] Yusuf : 90)
1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi
(उस पर वह लोग चौके) और कहने लगे (हाए) क्या तुम ही यूसुफ हो, यूसुफ ने कहा हाँ मै ही यूसुफ हूँ और यह मेरा भाई है बेशक ख़ुदा ने मुझ पर अपना फज़ल व (करम) किया है क्या इसमें शक़ नहीं कि जो शख़्श (उससे) डरता है (और मुसीबत में) सब्र करे तो ख़ुदा हरगिज़ (ऐसे नेको कारों का) अज्र बरबाद नहीं करता