قَالُوْا فَمَا جَزَاۤؤُهٗٓ اِنْ كُنْتُمْ كٰذِبِيْنَ ( يوسف: ٧٤ )
They said
قَالُوا۟
उन्होंने कहा
"Then what
فَمَا
तो क्या
(will be the) recompense (of) it
جَزَٰٓؤُهُۥٓ
बदला है उसका
if
إِن
अगर
you are
كُنتُمْ
हो तुम
liars"
كَٰذِبِينَ
झूठे
Qaloo fama jazaohu in kuntum kathibeena (Yūsuf 12:74)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उन्होंने कहा, 'यदि तुम झूठे सिद्ध हुए तो फिर उसका दंड क्या है?'
English Sahih:
They [the accusers] said, "Then what would be its recompense if you should be liars?" ([12] Yusuf : 74)