ذٰلِكَ لِيَعْلَمَ اَنِّيْ لَمْ اَخُنْهُ بِالْغَيْبِ وَاَنَّ اللّٰهَ لَا يَهْدِيْ كَيْدَ الْخَاۤىِٕنِيْنَ ۔ ( يوسف: ٥٢ )
That
ذَٰلِكَ
ये
he may know
لِيَعْلَمَ
ताकि वो जान ले
that I
أَنِّى
बेशक मैं
not
لَمْ
नहीं ख़यानत की मैंने उसकी
[I] betray him
أَخُنْهُ
नहीं ख़यानत की मैंने उसकी
in secret
بِٱلْغَيْبِ
ग़ायबाना
and that
وَأَنَّ
और बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
(does) not
لَا
नहीं वो राह दिखाता
guide
يَهْدِى
नहीं वो राह दिखाता
(the) plan
كَيْدَ
मकर को
(of) the betrayers"
ٱلْخَآئِنِينَ
ख़यानत करने वालों की
Thalika liya'lama annee lam akhunhu bialghaybi waanna Allaha la yahdee kayda alkhaineena (Yūsuf 12:52)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
'यह इसलिए कि वह जान ले कि मैंने गुप्त॥ रूप से उसके साथ विश्वासघात नहीं किया और यह कि अल्लाह विश्वासघातियों का चाल को चलने नहीं देता
English Sahih:
That is so he [i.e., al-Azeez] will know that I did not betray him in [his] absence and that Allah does not guide the plan of betrayers. ([12] Yusuf : 52)