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قُلْ هٰذِهٖ سَبِيْلِيْٓ اَدْعُوْٓا اِلَى اللّٰهِ ۗعَلٰى بَصِيْرَةٍ اَنَا۠ وَمَنِ اتَّبَعَنِيْ ۗوَسُبْحٰنَ اللّٰهِ وَمَآ اَنَا۠ مِنَ الْمُشْرِكِيْنَ  ( يوسف: ١٠٨ )

Say
قُلْ
कह दीजिए
"This
هَٰذِهِۦ
ये है
(is) my way;
سَبِيلِىٓ
रास्ता मेरा
I invite
أَدْعُوٓا۟
मैं बुलाता हूँ
to
إِلَى
तरफ़ अल्लाह के
Allah
ٱللَّهِۚ
तरफ़ अल्लाह के
with
عَلَىٰ
बसीरत पर
insight
بَصِيرَةٍ
बसीरत पर
I
أَنَا۠
मैं
and whoever
وَمَنِ
और जो कोई
follows me
ٱتَّبَعَنِىۖ
पैरवी करे मेरी
And Glory be
وَسُبْحَٰنَ
और पाक है
(to) Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह
and not
وَمَآ
और नहीं
I am
أَنَا۠
मैं
of
مِنَ
शिर्क करने वालों में से
the polytheists"
ٱلْمُشْرِكِينَ
शिर्क करने वालों में से

Qul hathihi sabeelee ad'oo ila Allahi 'ala baseeratin ana wamani ittaba'anee wasubhana Allahi wama ana mina almushrikeena (Yūsuf 12:108)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

कह दो, 'यही मेरा मार्ग है। मैं अल्लाह की ओर बुलाता हूँ। मैं स्वयं भी पूर्ण प्रकाश में हूँ और मेरे अनुयायी भी - महिमावान है अल्लाह! ृृ- और मैं कदापि बहुदेववादी नहीं।'

English Sahih:

Say, "This is my way; I invite to Allah with insight, I and those who follow me. And exalted is Allah; and I am not of those who associate others with Him." ([12] Yusuf : 108)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल) उन से कह दो कि मेरा तरीका तो ये है कि मै (लोगों) को ख़ुदा की तरफ बुलाता हूँ मैं और मेरा पैरव (पीछे चलने वाले) (दोनों) मज़बूत दलील पर हैं और ख़ुदा (हर ऐब व नुक़स से) पाक व पाकीज़ा है और मै मुशरेकीन से नहीं हूँ