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بَقِيَّتُ اللّٰهِ خَيْرٌ لَّكُمْ اِنْ كُنْتُمْ مُّؤْمِنِيْنَ ەۚ وَمَآ اَنَا۠ عَلَيْكُمْ بِحَفِيْظٍ  ( هود: ٨٦ )

(What) remains
بَقِيَّتُ
बाक़ी मान्दा
(from) Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह का
(is) best
خَيْرٌ
बेहतर है
for you
لَّكُمْ
तुम्हारे लिए
if
إِن
अगर
you are
كُنتُم
हो तुम
believers
مُّؤْمِنِينَۚ
ईमान लाने वाले
And not
وَمَآ
और नहीं
I am
أَنَا۠
मैं
over you
عَلَيْكُم
तुम पर
a guardian"
بِحَفِيظٍ
कोई निगहबान

Baqiyyatu Allahi khayrun lakum in kuntum mumineena wama ana 'alaykum bihafeethin (Hūd 11:86)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

यदि तुम मोमिन हो तो जो अल्लाह के पास शेष रहता है वही तुम्हारे लिए उत्तम है। मैं तुम्हारे ऊपर कोई नियुक्त रखवाला नहीं हूँ।'

English Sahih:

What remains [lawful] from Allah is best for you, if you would be believers. But I am not a guardian over you." ([11] Hud : 86)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

अगर तुम सच्चे मोमिन हो तो ख़ुदा का बक़िया तुम्हारे वास्ते कही अच्छा है और मैं तो कुछ तुम्हारा निगेहबान नहीं