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وَجَاۤءَهٗ قَوْمُهٗ يُهْرَعُوْنَ اِلَيْهِۗ وَمِنْ قَبْلُ كَانُوْا يَعْمَلُوْنَ السَّيِّاٰتِۗ قَالَ يٰقَوْمِ هٰٓؤُلَاۤءِ بَنَاتِيْ هُنَّ اَطْهَرُ لَكُمْ فَاتَّقُوا اللّٰهَ وَلَا تُخْزُوْنِ فِيْ ضَيْفِيْۗ اَلَيْسَ مِنْكُمْ رَجُلٌ رَّشِيْدٌ  ( هود: ٧٨ )

And came (to) him
وَجَآءَهُۥ
और आए उसके पास
his people
قَوْمُهُۥ
उसकी क़ौम (के लोग)
rushing
يُهْرَعُونَ
तेज़ दौड़ते हुए
to him
إِلَيْهِ
तरफ़ उसके
and before
وَمِن
और उससे पहले
and before
قَبْلُ
और उससे पहले
they (had) been
كَانُوا۟
थे वो
doing
يَعْمَلُونَ
वो अमल करते
the evil deeds
ٱلسَّيِّـَٔاتِۚ
बुरे
He said
قَالَ
उसने कहा
"O my people!
يَٰقَوْمِ
ऐ मेरी क़ौम
These
هَٰٓؤُلَآءِ
ये हैं
(are) my daughters
بَنَاتِى
बेटियाँ मेरी
they
هُنَّ
ये
(are) purer
أَطْهَرُ
ज़्यादा पाकीज़ा हैं
for you
لَكُمْۖ
तुम्हारे लिए
So fear
فَٱتَّقُوا۟
पस डरो
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह से
and (do) not
وَلَا
और ना
disgrace me
تُخْزُونِ
तुम रुस्वा करो मुझे
concerning
فِى
मेरे मेहमानों में
my guests
ضَيْفِىٓۖ
मेरे मेहमानों में
Is (there) not
أَلَيْسَ
क्या नहीं है
among you
مِنكُمْ
तुम में
a man
رَجُلٌ
कोई आदमी
right-minded?"
رَّشِيدٌ
समझदार

Wajaahu qawmuhu yuhra'oona ilayhi wamin qablu kanoo ya'maloona alssayyiati qala ya qawmi haolai banatee hunna atharu lakum faittaqoo Allaha wala tukhzooni fee dayfee alaysa minkum rajulun rasheedun (Hūd 11:78)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उसकी क़ौम के लोग दौड़ते हुए उसके पास आ पहुँचे। वे पहले से ही दुष्कर्म किया करते थे। उसने कहा, 'ऐ मेरी क़ौम के लोगो! ये मेरी (क़ौम की) बेटियाँ (विधिवत विवाह के लिए) मौजूड है। ये तुम्हारे लिए अधिक पवित्र है। अतः अल्लाह का डर रखो और मेरे अतिथियों के विषय में मुझे अपमानित न करो। क्या तुममें एक भी अच्छी समझ का आदमी नहीं?'

English Sahih:

And his people came hastening to him, and before [this] they had been doing evil deeds. He said, "O my people, these are my daughters; they are purer for you. So fear Allah and do not disgrace me concerning my guests. Is there not among you a man of reason?" ([11] Hud : 78)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और उनकी क़ौम (लड़को की आवाज़ सुनकर बुरे इरादे से) उनके पास दौड़ती हुई आई और ये लोग उसके क़ब्ल भी बुरे काम किया करते थे लूत ने (जब उनको) आते देखा तो कहा ऐ मेरी क़ौम ये मारी क़ौम की बेटियाँ (मौजूद हैं) उनसे निकाह कर लो ये तुम्हारीे वास्ते जायज़ और ज्यादा साफ सुथरी हैं तो खुदा से डरो और मुझे मेरे मेहमान के बारे में रुसवा न करो क्या तुम में से कोई भी समझदार आदमी नहीं है