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وَهِيَ تَجْرِيْ بِهِمْ فِيْ مَوْجٍ كَالْجِبَالِۗ وَنَادٰى نُوْحُ ِۨابْنَهٗ وَكَانَ فِيْ مَعْزِلٍ يّٰبُنَيَّ ارْكَبْ مَّعَنَا وَلَا تَكُنْ مَّعَ الْكٰفِرِيْنَ  ( هود: ٤٢ )

And it
وَهِىَ
और वो
sailed
تَجْرِى
चल रही थी
with them
بِهِمْ
साथ उनके
on
فِى
मौज/लहर में
the waves
مَوْجٍ
मौज/लहर में
like mountains
كَٱلْجِبَالِ
पहाड़ों जैसी
and Nuh called out
وَنَادَىٰ
और पुकारा
and Nuh called out
نُوحٌ
नूह ने
(to) his son
ٱبْنَهُۥ
अपने बेटे को
and he was
وَكَانَ
और था वो
[in]
فِى
अलग जगह में
apart
مَعْزِلٍ
अलग जगह में
"O my son!
يَٰبُنَىَّ
ऐ मेरे बेटे
Embark
ٱرْكَب
सवार हो जाओ
with us
مَّعَنَا
साथ हमारे
and (do) not
وَلَا
और ना
be
تَكُن
तुम हो
with
مَّعَ
साथ काफ़िरों के
the disbelievers"
ٱلْكَٰفِرِينَ
साथ काफ़िरों के

Wahiya tajree bihim fee mawjin kaaljibali wanada noohunu ibnahu wakana fee ma'zilin ya bunayya irkab ma'ana wala takun ma'a alkafireena (Hūd 11:42)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और वह (नाव) उन्हें लिए हुए पहाड़ों जैसी ऊँची लहर के बीच चल रही थी। नूह ने अपने बेटे को, जो उससे अलग था, पुकारा, 'ऐ मेरे बेटे! हमारे साथ सवार हो जा। तू इनकार करनेवालों के साथ न रह।'

English Sahih:

And it sailed with them through waves like mountains, and Noah called to his son who was apart [from them], "O my son, come aboard with us and be not with the disbelievers." ([11] Hud : 42)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और कश्ती है कि पहाड़ों की सी (ऊँची) लहरों में उन लोगों को लिए हुए चली जा रही है और नूह ने अपने बेटे को जो उनसे अलग थलग एक गोशे (कोने) में था आवाज़ दी ऐ मेरे फरज़न्द हमारी कश्ती में सवार हो लो और काफिरों के साथ न रह