وَكَذٰلِكَ اَخْذُ رَبِّكَ اِذَآ اَخَذَ الْقُرٰى وَهِيَ ظَالِمَةٌ ۗاِنَّ اَخْذَهٗٓ اَلِيْمٌ شَدِيْدٌ ( هود: ١٠٢ )
And thus
وَكَذَٰلِكَ
और इसी तरह
(is) the seizure (of) your Lord
أَخْذُ
पकड़ है
(is) the seizure (of) your Lord
رَبِّكَ
आपके रब की
when
إِذَآ
जब
He seizes
أَخَذَ
वो पकड़ता है
the cities
ٱلْقُرَىٰ
बस्तियों को
while they
وَهِىَ
जबकि वो
(are) doing wrong
ظَٰلِمَةٌۚ
ज़ालिम होती हैं
Indeed
إِنَّ
बेशक
His seizure
أَخْذَهُۥٓ
पकड़ना उसका
(is) painful
أَلِيمٌ
दर्दनाक है
(and) severe
شَدِيدٌ
शदीद है
Wakathalika akhthu rabbika itha akhatha alqura wahiya thalimatun inna akhthahu aleemun shadeedun (Hūd 11:102)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
तेरे रब की पकड़ ऐसी ही होती है, जब वह किसी ज़ालिम बस्ती को पकड़ता है। निस्संदेह उसकी पकड़ बड़ी दुखद, अत्यन्त कठोर होती है
English Sahih:
And thus is the seizure of your Lord when He seizes the cities while they are committing wrong. Indeed, His seizure is painful and severe. ([11] Hud : 102)