Aliflamra kitabun ohkimat ayatuhu thumma fussilat min ladun hakeemin khabeerin
अलिफ़॰ लाम॰ रा॰। यह एक किताब है जिसकी आयतें पक्की है, फिर सविस्तार बयान हुई हैं; उसकी ओर से जो अत्यन्त तत्वदर्शी, पूरी ख़बर रखनेवाला है
Alla ta'budoo illa Allaha innanee lakum minhu natheerun wabasheerun
कि 'तुम अल्लाह के सिवा किसी की बन्दगी न करो। मैं तो उसकी ओर से तुम्हें सचेत करनेवाला और शुभ सूचना देनेवाला हूँ।'
Waani istaghfiroo rabbakum thumma tooboo ilayhi yumatti'kum mata'an hasanan ila ajalin musamman wayuti kulla thee fadlin fadlahu wain tawallaw fainee akhafu 'alaykum 'athaba yawmin kabeerin
और यह कि 'अपने रब से क्षमा माँगो, फिर उसकी ओर पलट आओ। वह तुम्हें एक निश्चित अवधि तक सुखोपभोग की उत्तम सामग्री प्रदान करेगा। और बढ़-बढ़कर कर्म करनेवालों पर वह तदधिक अपना अनुग्रह करेगा, किन्तु यदि तुम मुँह फेरते हो तो निश्चय ही मुझे तुम्हारे विषय में एक बड़े दिन की यातना का भय है
Ila Allahi marji'ukum wahuwa 'ala kulli shayin qadeerun
तुम्हें अल्लाह ही की ओर पलटना है, और उसे हर चीज़ की सामर्थ्य प्राप्त है।'
Ala innahum yathnoona sudoorahum liyastakhfoo minhu ala heena yastaghshoona thiyabahum ya'lamu ma yusirroona wama yu'linoona innahu 'aleemun bithati alssudoori
देखो! ये अपने सीनों को मोड़ते है, चाहिए कि उससे छिपें। देखों! जब ये अपने कपड़ों से स्वयं को ढाँकते है, वह जानता है जो कुछ वे छिपाते है और जो कुछ वे प्रकट करते है। निस्संदेह वह सीनों तक की बात को जानता है
Wama min dabbatin fee alardi illa 'ala Allahi rizquha waya'lamu mustaqarraha wamustawda'aha kullun fee kitabin mubeenin
धरती में चलने-फिरनेवाला जो प्राणी भी है उसकी रोज़ी अल्लाह के ज़िम्मे है। वह जानता है जहाँ उसे ठहरना है और जहाँ उसे सौपा जाना है। सब कुछ एक स्पष्ट किताब में मौजूद है
Wahuwa allathee khalaqa alssamawati waalarda fee sittati ayyamin wakana 'arshuhu 'ala almai liyabluwakum ayyukum ahsanu 'amalan walain qulta innakum mab'oothoona min ba'di almawti layaqoolanna allatheena kafaroo in hatha illa sihrun mubeenun
वही है जिसने आकाशों और धरती को छः दिनों में पैदा किया - उसका सिंहासन पानी पर था - ताकि वह तुम्हारी परीक्षा ले कि तुममें कर्म की स्पष्ट से कौन सबसे अच्छा है। और यदि तुम कहो कि 'मरने के पश्चात तुम अवश्य उठोगे।' तो जिन्हें इनकार है, वे कहने लगेंगे, 'यह तो खुला जादू है।'
Walain akhkharna 'anhumu al'athaba ila ommatin ma'doodatin layaqoolunna ma yahbisuhu ala yawma yateehim laysa masroofan 'anhum wahaqa bihim ma kanoo bihi yastahzioona
यदि हम एक निश्चित अवधि तक के लिए उनसे यातना को टाले रखें, तो वे कहने लगेंगे, 'आख़िर किस चीज़ ने उसे रोक रखा है?' सुन लो! जिन दिन वह उनपर आ जाएगी तो फिर वह उनपर से टाली नहीं जाएगी। और वही चीज़ उन्हें घेर लेगी जिसका वे उपहास करते है
Walain athaqna alinsana minna rahmatan thumma naza'naha minhu innahu layaoosun kafoorun
यदि हम मनुष्य को अपनी दयालुता का रसास्वादन कराकर फिर उसको छीन लॆं, तॊ (वह दयालुता कॆ लिए याचना नहीं करता) निश्चय ही वह निराशावादी, कृतघ्न है
Walain athaqnahu na'maa ba'da darraa massathu layaqoolanna thahaba alssayyiatu 'annee innahu lafarihun fakhoorun
और यदि हम इसके पश्चात कि उसे तकलीफ़ पहुँची हो, उसे नेमत का रसास्वादन कराते है तो वह कहने लगता है, 'मेरे तो सारे दुख दूर हो गए।' वह तो फूला नहीं समाता, डींगे मारने लगता है
القرآن الكريم: | هود |
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आयत सजदा (سجدة): | - |
सूरा (latin): | Hud |
सूरा: | 11 |
कुल आयत: | 123 |
कुल शब्द: | 1600 |
कुल वर्ण: | 9567 |
रुकु: | 10 |
वर्गीकरण: | मक्कन सूरा |
Revelation Order: | 52 |
से शुरू आयत: | 1473 |