Skip to main content

فَالْمُغِيْرٰتِ صُبْحًاۙ  ( العاديات: ٣ )

And the chargers
فَٱلْمُغِيرَٰتِ
फिर हमला करने वालों की
(at) dawn
صُبْحًا
सुबह सवेरे

Faalmugheerati subhan (al-ʿĀdiyāt 100:3)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

फिर सुबह सवेरे धावा मारते होते है,

English Sahih:

And the chargers at dawn, ([100] Al-'Adiyat : 3)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

फिर पत्थर पर टाप मारकर चिंगारियाँ निकालते हैं फिर सुबह को छापा मारते हैं