وَٱلْعَٰدِيَٰتِ
क़सम है दौड़ने वालों की
ضَبْحًا
हाँपते हुए
Waal'adiyati dabhan
साक्षी है जो हाँफते-फुँकार मारते हुए दौड़ते है,
فَٱلْمُورِيَٰتِ
फिर चिंगारी निकालने वालों की
قَدْحًا
सुम मार कर
Faalmooriyati qadhan
फिर ठोकरों से चिनगारियाँ निकालते है,
فَٱلْمُغِيرَٰتِ
फिर हमला करने वालों की
صُبْحًا
सुबह सवेरे
Faalmugheerati subhan
फिर सुबह सवेरे धावा मारते होते है,
فَأَثَرْنَ
फिर वो उड़ाते हैं
بِهِۦ
साथ उसके
نَقْعًا
ग़ुबार को
Faatharna bihi naq'an
उसमें उठाया उन्होंने गर्द-गुबार
فَوَسَطْنَ
फिर वो दर्मियान मे घुस जाते हैं
بِهِۦ
साथ उसके
جَمْعًا
जमाअत में
Fawasatna bihi jam'an
और इसी हाल में वे दल में जा घुसे
إِنَّ
यक़ीनन
ٱلْإِنسَٰنَ
इन्सान
لِرَبِّهِۦ
अपने रब का
لَكَنُودٌ
यक़ीनन बड़ा नाशुक्रा है
Inna alinsana lirabbihi lakanoodun
निस्संदेह मनुष्य अपने रब का बड़ा अकृतज्ञ हैं,
وَإِنَّهُۥ
और बेशक वो
عَلَىٰ
ऊपर उसके
ذَٰلِكَ
ऊपर उसके
لَشَهِيدٌ
अलबत्ता (ख़ुद)गवाह है
Wainnahu 'ala thalika lashaheedun
और निश्चय ही वह स्वयं इसपर गवाह है!
وَإِنَّهُۥ
और बेशक वो
لِحُبِّ
मुहब्बत में
ٱلْخَيْرِ
माल की
لَشَدِيدٌ
यक़ीनन शदीद है
Wainnahu lihubbi alkhayri lashadeedun
और निश्चय ही वह धन के मोह में बड़ा दृढ़ है
أَفَلَا
क्या भला नहीं
يَعْلَمُ
वो जानता
إِذَا
जब
بُعْثِرَ
निकाल लिया जाएगा
مَا
जो
فِى
क़ब्रों में है
ٱلْقُبُورِ
क़ब्रों में है
Afala ya'lamu itha bu'thira ma fee alquboori
तो क्या वह जानता नहीं जब उगवला लिया जाएगा तो क़ब्रों में है
وَحُصِّلَ
और हासिल कर लिया जाएगा
مَا
जो
فِى
सीनों में है
ٱلصُّدُورِ
सीनों में है
Wahussila ma fee alssudoori
और स्पष्ट अनावृत्त कर दिया जाएगा तो कुछ सीनों में है
القرآن الكريم: | العاديات |
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आयत सजदा (سجدة): | - |
सूरा (latin): | Al-'Adiyat |
सूरा: | 100 |
कुल आयत: | 11 |
कुल शब्द: | 40 |
कुल वर्ण: | 163 |
रुकु: | 1 |
वर्गीकरण: | मक्कन सूरा |
Revelation Order: | 14 |
से शुरू आयत: | 6146 |