يٰٓاَيُّهَا النَّاسُ قَدْ جَاۤءَتْكُمْ مَّوْعِظَةٌ مِّنْ رَّبِّكُمْ وَشِفَاۤءٌ لِّمَا فِى الصُّدُوْرِۙ وَهُدًى وَّرَحْمَةٌ لِّلْمُؤْمِنِيْنَ ( يونس: ٥٧ )
O mankind!
يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो
O mankind!
ٱلنَّاسُ
ऐ लोगो
Verily
قَدْ
तहक़ीक़
has come to you
جَآءَتْكُم
आ चुकी तुम्हारे पास
an instruction
مَّوْعِظَةٌ
एक नसीहत
from
مِّن
तुम्हारे रब की तरफ़ से
your Lord
رَّبِّكُمْ
तुम्हारे रब की तरफ़ से
and a healing
وَشِفَآءٌ
और शिफ़ा
for what
لِّمَا
उसके लिए जो
(is) in
فِى
सीनों में है
your breasts
ٱلصُّدُورِ
सीनों में है
and guidance
وَهُدًى
और हिदायत
and mercy
وَرَحْمَةٌ
और रहमत
for the believers
لِّلْمُؤْمِنِينَ
ईमान लाने वालों के लिए
Ya ayyuha alnnasu qad jaatkum maw'ithatun min rabbikum washifaon lima fee alssudoori wahudan warahmatun lilmumineena (al-Yūnus 10:57)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
ऐ लोगो! तुम्हारे पास तुम्हारे रब की ओर से उपदेश औऱ जो कुछ सीनों में (रोग) है, उसके लिए रोगमुक्ति और मोमिनों के लिए मार्गदर्शन और दयालुता आ चुकी है
English Sahih:
O mankind, there has come to you instruction from your Lord and healing for what is in the breasts and guidance and mercy for the believers. ([10] Yunus : 57)