اَمْ يَقُوْلُوْنَ افْتَرٰىهُ ۗ قُلْ فَأْتُوْا بِسُوْرَةٍ مِّثْلِهٖ وَادْعُوْا مَنِ اسْتَطَعْتُمْ مِّنْ دُوْنِ اللّٰهِ اِنْ كُنْتُمْ صٰدِقِيْنَ ( يونس: ٣٨ )
Or
أَمْ
या
(do) they say
يَقُولُونَ
वो कहते हैं
"He has invented it?"
ٱفْتَرَىٰهُۖ
उसने गढ़ लिया है उसे
Say
قُلْ
कह दीजिए
"Then bring
فَأْتُوا۟
पस ले आओ
a Surah
بِسُورَةٍ
एक सूरत
like it
مِّثْلِهِۦ
इस जैसी
and call
وَٱدْعُوا۟
और बुला लो
whoever
مَنِ
जिन्हें
you can
ٱسْتَطَعْتُم
इस्तिताअत रखते हो तुम
besides Allah
مِّن
सिवाय
besides Allah
دُونِ
सिवाय
besides Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के
if
إِن
अगर
you are
كُنتُمْ
हो तुम
truthful"
صَٰدِقِينَ
सच्चे
Am yaqooloona iftarahu qul fatoo bisooratin mithlihi waod'oo mani istata'tum min dooni Allahi in kuntum sadiqeena (al-Yūnus 10:38)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
(क्या उन्हें कोई खटक है) या वे कहते है, 'इस व्यक्ति (पैग़म्बर) ने उसे स्वयं ही घड़ लिया है?' कहो, 'यदि तुम सच्चे हो, तो इस जैसी एक सुरा ले आओ और अल्लाह से हटकर उसे बुला लो, जिसपर तुम्हारा बस चले।'
English Sahih:
Or do they say [about the Prophet (r)], "He invented it?" Say, "Then bring forth a Surah like it and call upon [for assistance] whomever you can besides Allah, if you should be truthful." ([10] Yunus : 38)