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وَمَا كَانَ هٰذَا الْقُرْاٰنُ اَنْ يُّفْتَرٰى مِنْ دُوْنِ اللّٰهِ وَلٰكِنْ تَصْدِيْقَ الَّذِيْ بَيْنَ يَدَيْهِ وَتَفْصِيْلَ الْكِتٰبِ لَا رَيْبَ فِيْهِ مِنْ رَّبِّ الْعٰلَمِيْنَۗ   ( يونس: ٣٧ )

And not
وَمَا
और नहीं
is
كَانَ
है
this
هَٰذَا
ये
the Quran
ٱلْقُرْءَانُ
क़ुरआन
that
أَن
कि
(it could be) produced
يُفْتَرَىٰ
वो गढ़ लिया जाए
by
مِن
सिवाय
other than Allah
دُونِ
सिवाय
other than Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के
but
وَلَٰكِن
और लेकिन
(it is) a confirmation
تَصْدِيقَ
तस्दीक़ है
(of that) which
ٱلَّذِى
उस चीज़ की जो
(was) before it
بَيْنَ
उससे पहले है
(was) before it
يَدَيْهِ
उससे पहले है
and a detailed explanation
وَتَفْصِيلَ
और तफ़सील है
(of) the Book
ٱلْكِتَٰبِ
किताब की
(there is) no
لَا
नहीं कोई शक
doubt
رَيْبَ
नहीं कोई शक
in it
فِيهِ
उसमें
from
مِن
रब की तरफ़ से है
(the) Lord
رَّبِّ
रब की तरफ़ से है
(of) the worlds
ٱلْعَٰلَمِينَ
तमाम जहानों के

Wama kana hatha alquranu an yuftara min dooni Allahi walakin tasdeeqa allathee bayna yadayhi watafseela alkitabi la rayba feehi min rabbi al'alameena (al-Yūnus 10:37)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

यह क़ुरआन ऐसा नहीं है कि अल्लाह से हटकर घड लिया जाए, बल्कि यह तो जिसके समझ है, उसकी पुष्टि में है और किताब का विस्तार है, जिसमें किसी संदेह की गुंजाइश नहीं। यह सारे संसार के रब की ओर से है

English Sahih:

And it was not [possible] for this Quran to be produced by other than Allah, but [it is] a confirmation of what was before it and a detailed explanation of the [former] Scripture, about which there is no doubt, from the Lord of the worlds. ([10] Yunus : 37)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और ये कुरान ऐसा नहीं कि खुदा के सिवा कोई और अपनी तरफ से झूठ मूठ बना डाले बल्कि (ये तो) जो (किताबें) पहले की उसके सामने मौजूद हैं उसकी तसदीक़ और (उन) किताबों की तफ़सील है उसमें कुछ भी शक़ नहीं कि ये सारे जहाँन के परवरदिगार की तरफ से है