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اِنَّ رَبَّكُمُ اللّٰهُ الَّذِيْ خَلَقَ السَّمٰوٰتِ وَالْاَرْضَ فِيْ سِتَّةِ اَيَّامٍ ثُمَّ اسْتَوٰى عَلَى الْعَرْشِ يُدَبِّرُ الْاَمْرَۗ مَا مِنْ شَفِيْعٍ اِلَّا مِنْۢ بَعْدِ اِذْنِهٖۗ ذٰلِكُمُ اللّٰهُ رَبُّكُمْ فَاعْبُدُوْهُۗ اَفَلَا تَذَكَّرُوْنَ   ( يونس: ٣ )

Indeed
إِنَّ
बेशक
your Lord
رَبَّكُمُ
रब तुम्हारा
(is) Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह है
the One Who
ٱلَّذِى
जिसने
created
خَلَقَ
पैदा किया
the heavens
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों
and the earth
وَٱلْأَرْضَ
और ज़मीन को
in
فِى
छःदिनों में
six
سِتَّةِ
छःदिनों में
periods
أَيَّامٍ
छःदिनों में
then
ثُمَّ
फिर
He established
ٱسْتَوَىٰ
वो बुलन्द हुआ
on
عَلَى
अर्श पर
the Throne
ٱلْعَرْشِۖ
अर्श पर
disposing
يُدَبِّرُ
वो तदबीर करता है
the affairs
ٱلْأَمْرَۖ
तमाम मामलात की
Not
مَا
नहीं
(is) any intercessor
مِن
कोई सिफ़ारिशी
(is) any intercessor
شَفِيعٍ
कोई सिफ़ारिशी
except
إِلَّا
मगर
after
مِنۢ
बाद
after
بَعْدِ
बाद
His permission
إِذْنِهِۦۚ
उसके इज़्न के
That
ذَٰلِكُمُ
यही है
(is) Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
your Lord
رَبُّكُمْ
रब तुम्हारा
so worship Him
فَٱعْبُدُوهُۚ
पस इबादत करो इसकी
Then will not
أَفَلَا
क्या भला नहीं
you remember?
تَذَكَّرُونَ
तुम नसीहत पकड़ते

Inna rabbakumu Allahu allathee khalaqa alssamawati waalarda fee sittati ayyamin thumma istawa 'ala al'arshi yudabbiru alamra ma min shafee'in illa min ba'di ithnihi thalikumu Allahu rabbukum fao'budoohu afala tathakkaroona (al-Yūnus 10:3)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

निस्संदेह तुम्हारा रब वही अल्लाह है, जिसने आकाशों और धरती को छः दिनों में पैदा किया, फिर सिंहासन पर विराजमान होकर व्यवस्था चला रहा है। उसकी अनुज्ञा के बिना कोई सिफ़ारिश करनेवाला भी नहीं है। वह अल्लाह है तुम्हारा रब। अतः उसी की बन्दगी करो। तो क्या तुम ध्यान न दोगे?

English Sahih:

Indeed, your Lord is Allah, who created the heavens and the earth in six days and then established Himself above the Throne, arranging the matter [of His creation]. There is no intercessor except after His permission. That is Allah, your Lord, so worship Him. Then will you not remember? ([10] Yunus : 3)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

इसमें तो शक़ ही नहीं कि तुमरा परवरदिगार वही ख़ुदा है जिसने सारे आसमान व ज़मीन को 6 दिन में पैदा किया फिर उसने अर्श को बुलन्द किया वही हर काम का इन्तज़ाम करता है (उसके सामने) कोई (किसी का) सिफारिशी नहीं (हो सकता) मगर उसकी इजाज़त के बाद वही ख़ुदा तो तुम्हारा परवरदिगार है तो उसी की इबादत करो तो क्या तुम अब भी ग़ौर नही करते