قُلْ لَّوْ شَاۤءَ اللّٰهُ مَا تَلَوْتُهٗ عَلَيْكُمْ وَلَآ اَدْرٰىكُمْ بِهٖ ۖفَقَدْ لَبِثْتُ فِيْكُمْ عُمُرًا مِّنْ قَبْلِهٖۗ اَفَلَا تَعْقِلُوْنَ ( يونس: ١٦ )
Say
قُل
कह दीजिए
"If
لَّوْ
अगर
(had) willed
شَآءَ
चाहता
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
not
مَا
ना
I (would) have recited it
تَلَوْتُهُۥ
पढ़ता मैं उसे
to you
عَلَيْكُمْ
तुम पर
and not
وَلَآ
और ना
He (would) have made it known to you
أَدْرَىٰكُم
ख़बर देता तुम्हें (अल्लाह)
He (would) have made it known to you
بِهِۦۖ
उसकी
Verily
فَقَدْ
पस तहक़ीक़
I have stayed
لَبِثْتُ
ठहरा रहा मैं
among you
فِيكُمْ
तुम में
a lifetime
عُمُرًا
एक उम्र
before it
مِّن
इससे पहले
before it
قَبْلِهِۦٓۚ
इससे पहले
Then will not
أَفَلَا
क्या पस नहीं
you use reason?"
تَعْقِلُونَ
तुम अक़्ल रखते
Qul law shaa Allahu ma talawtuhu 'alaykum wala adrakum bihi faqad labithtu feekum 'umuran min qablihi afala ta'qiloona (al-Yūnus 10:16)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
कह दो, 'यदि अल्लाह चाहता तो मैं तुम्हें यह पढ़कर न सुनाता और न वह तुम्हें इससे अवगत कराता। आख़िर इससे पहले मैं तुम्हारे बीच जीवन की पूरी अवधि व्यतीत कर चुका हूँ। फिर क्या तुम बुद्धि से काम नहीं लेते?'
English Sahih:
Say, "If Allah had willed, I would not have recited it to you, nor would He have made it known to you, for I had remained among you a lifetime before it. Then will you not reason?" ([10] Yunus : 16)