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وَاتَّبِعْ مَا يُوْحٰىٓ اِلَيْكَ وَاصْبِرْ حَتّٰى يَحْكُمَ اللّٰهُ ۚوَهُوَ خَيْرُ الْحٰكِمِيْنَ ࣖ   ( يونس: ١٠٩ )

And follow
وَٱتَّبِعْ
और पैरवी कीजिए
what
مَا
उसकी जो
is revealed
يُوحَىٰٓ
वही की जाती है
to you
إِلَيْكَ
तरफ़ आपके
and be patient
وَٱصْبِرْ
और सब्र कीजिए
until
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
Allah gives judgment
يَحْكُمَ
फ़ैसला कर दे
Allah gives judgment
ٱللَّهُۚ
अल्लाह
And He
وَهُوَ
और वो
(is) the Best
خَيْرُ
बेहतर है
(of) the Judges
ٱلْحَٰكِمِينَ
सब फ़ैसला करने वालों से

Waittabi' ma yooha ilayka waisbir hatta yahkuma Allahu wahuwa khayru alhakimeena (al-Yūnus 10:109)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

जो कुछ तुमपर प्रकाशना की जा रही है, उसका अनुसरण करो और धैर्य से काम लो, यहाँ तक कि अल्लाह फ़ैसला कर दे, और वह सबसे अच्छा फ़ैसला करनेवाला है

English Sahih:

And follow what is revealed to you, [O Muhammad], and be patient until Allah will judge. And He is the best of judges. ([10] Yunus : 109)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और (ऐ रसूल) तुम्हारे पास जो 'वही' भेजी जाती है तुम बस उसी की पैरवी करो और सब्र करो यहाँ तक कि ख़ुदा तुम्हारे और काफिरों के दरमियान फैसला फरमाए और वह तो तमाम फैसला करने वालों से बेहतर है